
मेरा यह कैरीकेचर मेरे अजीज और नामी काटूर्निस्ट सुरेन्द्र वर्मा ने मेरे आग्रह पर तैयार किया है। वर्मा अपने फनका जादू समूचे सूबे में बिखेर चुके हैं। वह मेरे ही साथ राजस्थान पत्रिका के कोटा कार्यालय में कार्यरत है। पत्रिकाकी ओर से उन्हें कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। इसके अलावा उनकी उपलब्धियों को गिनाने लगूंगा तो शायदशब्द कम पड जाएंगे। मैंने जैसे ही उन्हें मेरा कैरीकेचर तैयार करने का आइडिया दिया तो वे राजी हो गए और फिरइस कैरीकेचर को बनाकर सभी को दिखाते हुए बोले, ये कौन है... जब साथियों ने मेरा नाम बताया तब वह संतुष्टहुए कि उन्होंने जो काम किया है, वह सार्थक रहा।