Friday, February 26, 2010
ब्लॉग के लिए खुद कम्पोज करता हु-अमर सिंह
अमर सिंह का ब्लॉग चर्चित हो चुका है .कुछ दिन पहले अमर सिंह से एक पत्रकार ने पुछा कि ब्लाग के लिए क्या बोल कर लिखवाते है , जवाब था खुद कम्पोज करता हूँ .फिर बातचीत राजनैतिक मुद्दों पर मुड़ी .पिछले विधानसभा चुनाव में वीपी सिंह के आंदोलन की कवरेज की और इस सिलसिले में राजबब्बर के साथ लम्बी यात्रा भी की .कुशीनगर हो या फिर बहराइच ,देर रात तक सभाए होती और फिर चर्चा व खाना पीना .निशाने पर तब अमर सिंह होते थे .वीपी का जनमोर्चा सिर्फ एक सीट जीत पाया क्योकि ठीक चुनाव के वक्त राजबब्बर ने राहुल गाँधी के चक्कर में करीब बीस दिन का समय कांग्रेस से चुनावी तालमेल की बातचीत में निकाल दिया .बाकि कसर छोटे दलों की सौदेबाजी से पूरी हो गई .पर वीपी के जनमोर्चा ने जो माहौल बनाया उससे मुलायम सिंह बुरी तरह हारे और मायावती सत्ता में आई .तब मै खुद लिखता था कि मायावती को सत्ता मिल चुकी है कुर्सी मिलनी बाकी है .हालाँकि ज्यादातर लोग मुलायम की दोबारा वापसी की बात कह रहे थे .इस पृष्ठभूमि में अमर सिंह से उनके भावी कार्यक्रमों पर भी चर्चा हुई .अमर सिंह ने बताया कि चौधरी अजित सिंह से बातचीत हुई है ,खासकर छोटे राज्यों को लेकर .आजमगढ़ की जनसभा में राजा बुंदेला भी आ रहे है .मैंने पूछा क्या यह मुलायम के खिलाफ वीपी जैसे अभियान की शुरुवात नहीं है खासकर जिस तरह छोटे छोटे दलों का अमर सिंह साथ लेते जा रहे है .अमर सिंह ने कहा -वीपी सिंह महान नेता थे ,उनसे तुलना नहीं हो सकती .मैंने कहा तुलना वीपी से नहीं उनकी रणनीति से कर रहा हूँ .अमर सिंह ने आगे कहा -यह जरुर कहूँगा कि जब वीपी सिंह और राजबब्बर ने मोर्चा खोला था तब मुलायम के साथ बेनी वर्मा ,आज़म खान और अमर सिंह थे और जनेश्वर मिश्र जिन्दा थे .आज मुलायम के साथ सिर्फ परिवार है .
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